पतंजलि योग सूत्र क्विज 2 Leave a Comment / Quiz / By Yogaducation Share with your friends 93 Created on July 22, 2021 पतंजलि योग सूत्र क्विज 2 1 / 16 निरंतर काल से सृष्टि में 'ईश्वर' विद्यमान है। सत्य असत्य 2 / 16 गुरुओं के भी गुरु किसे कहा गया है? महर्षि पतंजलि ईश्वर 3 / 16 'निरतिशय' शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ? मनुष्य ईश्वर 4 / 16 'निरतिशय' शब्द का अर्थ क्या है? घटने -बढ़ने से रहित निरंतर कम होना 5 / 16 कर्म के विपाक प्राप्त करके उसे भोगने पर जो वासनाएं उत्पन्न होती हैं, वह क्या कहलाती है? कर्म अविद्या आशय 6 / 16 योग दर्शन के अनुसार योग को किन भागों में बांटा गया है? शुभ कर्म /अशुभ कर्म /मिश्रित कर्म कर्म/अकर्म,विकर्म 7 / 16 विपाक का अर्थ क्या है? कर्मों की अधिकता कर्मों का फल 8 / 16 कर्म कितने प्रकार के हैं? 4 3 2 9 / 16 अविद्या का अर्थ क्या है? भ्रमित ज्ञान पूर्ण ज्ञान 10 / 16 अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष और अभिनिवेश किसके प्रकार बताए गए हैं? कर्मों के प्रकार आशय के प्रकार पंच क्लेश के प्रकार 11 / 16 क्या पूर्व जन्म के संस्कार समाधि प्राप्त करने की गति को प्रभावित कर सकते हैं? हां नहीं 12 / 16 क्या साधक के वर्तमान के प्रशिक्षण का वातावरण और संगति साधना की गति को प्रभावित कर सकती है? हाँ नहीं 13 / 16 साधक को उच्च दर्जे व शीघ्र गति से साधना प्राप्त करने के लिए श्रद्धा, विवेकशक्ति और भाव आदि चीता की अधिकता रखनी चाहिए । सत्य असत्य 14 / 16 क्या साधक अन्य उपायों के साथ-साथ अपने आपको ईश्वर के अधीन समझकर स्वयं को ईश्वर को समर्पित करके भी शीघ्र समाधि प्राप्त कर सकता है ? हां नहीं 15 / 16 सांख्य दर्शन के रचयिता कौन है? महर्षि जैमिनी महर्षि कणाद महर्षि कपिल मुनि 16 / 16 कैवल्यपाद में कितने सूत्र हैं? 51 34 55 Your score is The average score is 80% LinkedIn Facebook Twitter VKontakte 0% Restart quiz Share with your friends